नई दिल्ली। थोड़ा चलने पर ही सांस फूलना कई लोगों के लिए आम बात लगती है, लेकिन यह केवल थकान या उम्र का असर नहीं, बल्कि हृदय, फेफड़ों या खून से जुड़ी गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, यदि व्यक्ति को बार-बार सांस लेने में कठिनाई, दिल की धड़कन तेज होना, चक्कर आना या थकान महसूस हो, तो यह हृदय की मांसपेशियों की कमजोरी या फेफड़ों की सूजन का परिणाम हो सकता है। साथ ही, एनीमिया (खून की कमी), मोटापा और थायरॉइड जैसी स्थितियां भी इस परेशानी को बढ़ाती हैं।
आयुर्वेदिक व घरेलू उपाय:
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रोजाना प्राणायाम (अनुलोम-विलोम, भ्रामरी) करें — फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है।
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एक चम्मच शहद में आधा चम्मच अदरक का रस मिलाकर दिन में दो बार लें — कफ घटता है।
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तुलसी, लौंग, काली मिर्च और अदरक से बना काढ़ा फेफड़ों की सूजन कम करता है।
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दिनभर गुनगुना पानी पिएं — श्वसन मार्ग साफ रहता है।
सावधानी:
धूल, धुआं और परफ्यूम जैसी चीजों से बचें। व्यायाम हल्की गति से शुरू करें। अगर सांस फूलने के साथ छाती में दर्द, चक्कर या ज्यादा थकान महसूस हो तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें।
