अदाणी-गूगल एआई हब से बनेगा ‘इंटेलिजेंस का इंफ्रास्ट्रक्चर’
नई दिल्ली। भारत अब सिर्फ डिजिटल नेशन नहीं, बल्कि इंटेलिजेंट नेशन बनने की राह पर है। एक लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार, अदाणी ग्रुप और गूगल क्लाउड मिलकर अमेरिका के बाहर सबसे बड़ा 15 बिलियन डॉलर का एआई डेटा सेंटर कैंपस विशाखापत्तनम में बना रहे हैं — जो भारत के “भविष्य के डिजिटल दिल” के रूप में उभरने जा रहा है।
यह प्रोजेक्ट केवल एक इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं, बल्कि एक एआई इकोसिस्टम है — जहां डेटा सेंटर, क्लीन एनर्जी, सुपर-फास्ट फाइबर नेटवर्क और एडवांस मशीन इंटेलिजेंस, सब एक ही फ्रेमवर्क में जुड़े होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भारत को “जिम्मेदारी के साथ एआई का इस्तेमाल करते हुए” दुनिया का नेतृत्व करना चाहिए। आज अदाणी-गूगल एआई हब उसी विजन को रियलिटी कोड में बदल रहा है।
2021 में अदाणी ग्रुप ने पहचाना कि डेटा सेंटर्स आने वाले दशक की “नई ऊर्जा मांग” पैदा करेंगे। इसके बाद क्लीन एनर्जी में 70 बिलियन डॉलर का निवेश और 2023 में Adani AI Labs की स्थापना ने भारत को टेक्नोलॉजी के अगले युग में प्रवेश दिलाया।
न्यूजवीक की रिपोर्ट के अनुसार, भारत का एआई मार्केट 2030 तक 8 बिलियन डॉलर को पार कर जाएगा।
विशाखापत्तनम में बनने वाला यह हब न केवल भारत की डिजिटल इकोनॉमी को पावर देगा, बल्कि दुनिया के लिए भारत को “इंटेलिजेंस की नई राजधानी (Capital of Intelligence)” के रूप में स्थापित करेगा।
