रायपुर। बैंक ऑफ़ बड़ौदा द्वारा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र को सशक्त बनाने के उद्देश्य से 8 नवंबर 2025 को रायपुर में एमएसएमई ग्राहक संपर्क कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बैंक के कार्यपालक निदेशक श्री लाल सिंह थे। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा —
“हमारा एमएसएमई आउटरीच कार्यक्रम सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को औपचारिक बैंकिंग प्रणाली से जोड़ने और उनके लिए अनुकूलित वित्तीय उत्पादों तक पहुँच बढ़ाने की एक रणनीतिक पहल है। एमएसएमई क्षेत्र हमारे देश की आर्थिक रीढ़ है, जो न केवल करोड़ों लोगों को रोजगार देता है, बल्कि ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के सपने को साकार करने में अहम भूमिका निभाता है। बैंक ऑफ़ बड़ौदा, देश का अग्रणी सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक होने के नाते, MSME ग्राहकों को समय पर वित्तीय सहायता, परामर्श और डिजिटल सेवाओं के माध्यम से सशक्त करने के लिए निरंतर प्रयासरत है।”
10,000 से अधिक आउटरीच कार्यक्रमों के जरिए सशक्तिकरण
रायपुर अंचल के महाप्रबंधक एवं अंचल प्रमुख श्री दिवाकर पी. सिंह ने बताया कि बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने अब तक 10,000 से अधिक आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किए हैं, जिससे उद्यमियों के वित्तीय विकास में बैंक की भूमिका और मजबूत हुई है।
₹750 करोड़ के ऋण की स्वीकृति
कार्यक्रम के दौरान एमएसएमई ग्राहकों को कुल ₹750 करोड़ के एमएसएमई एवं अन्य ऋणों की स्वीकृति प्रदान की गई।
इस अवसर पर उप महाप्रबंधक (अनुपालन एवं आश्वासन) रायपुर अंचल डॉ. रमेश कुमार मोहंती, उप महाप्रबंधक (व्यवसाय विकास), बिलासपुर, धमतरी एवं दुर्ग क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रमुख, अंचल के सभी उप क्षेत्रीय प्रमुख, तथा एसएमई रायपुर, रायपुर एवं पंडरी शाखाओं के प्रमुख उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में एमएसएमई ग्राहक, उद्यमी तथा बैंक के स्टाफ सदस्य शामिल हुए।
इस दौरान विभिन्न एमएसएमई उत्पादों की जानकारी दी गई, जिनमें नकदी प्रवाह आधारित एवं बिना संपार्श्विक (collateral-free) ऋण योजनाएँ शामिल थीं, जो प्रतिस्पर्धी शर्तों पर उपलब्ध कराई जा रही हैं।

