पुराने और भ्रामक वीडियो साझा करने वालों के खिलाफ होगी FIR, 20 से अधिक हैंडल्स की पहचान
बिलासपुर। रेलवे प्रशासन ने सोशल मीडिया पर रेलवे से जुड़े भ्रामक एवं पुराने वीडियो साझा करने वाले सोशल मीडिया हैंडल्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है।
त्योहारों के इस सीजन में कुछ असामाजिक तत्व सोशल मीडिया पर पुराने अथवा गलत वीडियो वायरल कर यात्रियों में अनावश्यक भ्रम और असंतोष फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे मामलों पर कड़ी निगरानी रखते हुए रेलवे प्रशासन ने अब तक 20 से अधिक सोशल मीडिया हैंडल्स की पहचान कर ली है और उनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है।
रेलवे द्वारा सोशल मीडिया गतिविधियों पर 24×7 मॉनिटरिंग की जा रही है ताकि ऐसे भ्रामक कंटेंट फैलाने वालों पर तत्काल कार्रवाई की जा सके।
रेलवे प्रशासन ने सभी सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं से अपील की है कि किसी भी वीडियो या सूचना को साझा करने से पहले उसकी प्रामाणिकता अवश्य जांचें। यात्री केवल भारतीय रेल के आधिकारिक नोटिफिकेशन और आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स — X, फेसबुक, इंस्टाग्राम एवं यूट्यूब (@RailMinIndia) पर उपलब्ध सूचनाओं पर ही भरोसा करें।
🟨 जागरूकता अपील : सुरक्षित सूचना साझा करें
🔹 किसी भी वीडियो या सूचना को साझा करने से पहले उसकी प्रामाणिकता अवश्य जांचें।
🔹 केवल भारतीय रेल के आधिकारिक हैंडल्स पर भरोसा करें —
👉 X, Facebook, Instagram, YouTube : @RailMinIndia
🔹 भ्रामक जानकारी साझा करना दंडनीय अपराध है।
🔹 रेलवे की सोशल मीडिया टीम 24 घंटे सक्रिय है।
